उक्रांद ने पूर्वी पिंडर रेंज देवाल के आरक्षित वन क्षेत्र से अवैध कब्जा हटाने के संबंध में ग्रामीणों को नोटिस भेज कर परेशान न करने के संबंध में उपजिलाधिकारी थराली को दिया ज्ञापन।

नवीन चन्दोला- थराली/ चमोली।

आज मंगलवार को उत्तराखंड क्रांति दल के एक प्रतिनिधिमंडल ने वन भूमि में रह रहे लोगों को दिए गए नोटिस को वापस लिए जाने को लेकर उपजिलाधिकारी थराली को ज्ञापन दिया।

ज्ञापन में उत्तराखंड क्रांति दल के नेताओं का कहना है पूर्वी पिंडर रेंज देवाल के आरक्षित वन क्षेत्र में स्थानीय ग्रामीणों को कथित अवैध कब्जे के नाम पर वन विभाग द्वारा नोटिस भेजे जा रहे हैं, जिस से वह लोग अत्यधिक परेशान हैं, यह सर्वविदित है कि उक्त क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण लंबे समय से इस भूमि का उपयोग कर अपनी आजीविका चला रहे हैं, वन विभाग द्वारा उन्हें अतिक्रमणकारियों का दबाव बनाया जा रहा है जो की पूरी तरह से अनुचित और अन्याय पूर्ण हैं।

ज्ञापन में उक्रांद नेताओं का कहना हैं कि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में निवासरत ग्रामीणों का जीवन कठिन परिस्थितियों में गुजरता है और वह अपनी आजीविका के लिए परंपरागत रूप से इन क्षेत्रों पर निर्भर हैं, ऐसे में बिना किसी ठोस आधार के उन्हें कब्जाधारी घोषित कर उनके खिलाफ कार्यवाही करना न केवल उनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि यह राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों को भी दर्शाता है,उत्तराखंड क्रांति दल इस प्रकार की दमनकारी कार्यवाही का विरोध करता है और मांग करता है कि पहले ग्रामीणों को भेजे गए सभी नोटिस तत्काल प्रभाव से वापस लिए जाएं।

ज्ञापन में कहना हैं कि वन विभाग और प्रशासन स्थानीय निवासियों के अधिकारों का सम्मान करें और उनके पुनर्वास या आजीविका के वैकल्पिक साधनों पर उचित विचार करें, इस मामले में किसी भी प्रकार की जबरन कार्यवाही से पहले ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों से संवाद किया जाए, यदि प्रशासन द्वारा इस विषय पर उचित कदम नहीं उठाए जाते हैं, तो उत्तराखंड क्रांति दल मजबूर होकर जन आंदोलन खड़ा करेगी और ग्रामीणों के हक की लड़ाई को निर्णायक रूप से आगे बढ़ाएगी।

इस अवसर पर आशुतोष नेगी,आशीष नेगी,भूपाल सिंह गुसाई समेत उक्रांद के अन्य नेता उपस्थित रहे।