गुरूकुल बद्रीनारायण संस्कृत विद्यालय रायकोली (थराली) के द्वारा श्रावण मास के अंतिम सोमवार को तृतीय विशाल कांवड़ यात्रा निकाली गई।

नवीन चन्दोला- थराली/ चमोली.

धर्माधिकारी ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘1008’ जी के सानिध्य में संचालित गुरूकुल श्री बदरी नारायण संस्कृत विद्यालय रायकोली थराली के द्वारा श्रावण मास के अंतिम सोमवार को तृतीय विशाल कांवड़ यात्रा निकाली गई।

यात्रा का शुभारंभ नारायण धाम नारणेश्वर महादेव मंदिर रायकोली सिनई तल्ली से बैनोली शिवालय तक किया गया जहां पर ग्राम प्रधान बैनोली प्रमोद जोशी के नेतृत्व में समस्त ग्रामवासियों द्वारा कांवड़ियों का भव्य स्वागत किया गया।

सभी भक्तजन अपने-अपने ताम्रपात्रों (गागर-लोटा) में जल भरकर कलश के साथ पुनः कांवड़ लेते हुए प्रथम जलाभिषेक शिव मंदिर बैनोली में, द्वितीय जलाभिषेक बेतालेश्वर महादेव मंदिर थराली में, तृतीय जलाभिषेक अपर बाजार थराली में, चतुर्थ जलाभिषेक डांगेश्वर महादेव मंदिर देवराड़ा में एवं अंतिम जलाभिषेक नारणेश्वर महादेव नारायण धाम मंदिर गुरूकुल श्री बदरी नारायण संस्कृत विद्यालय रायकोली में किया।

वापसी में वाद्य यंत्रों एवं भजन कीर्तनों के साथ विभिन्न पड़ावों पर जलाभिषेक करते हुए नारायण धाम रायकोली कांवड़ यात्रा पहुंची।

तत्पश्चात सभी भक्तजनों के लिए शिव मंदिर अपर बाजार थराली में विशाल फलाहारी भंडारे में प्रसाद का भी आयोजन किया गया।

इस शुभ अवसर पर उत्तराखंड की प्रथम महिला कथावाचिका पूज्या राधिका जोशी “केदारखण्डी” गुरूकुल श्री बदरी नारायण संस्कृत विद्यालय रायकोली थराली के प्रबंधक नवीन जोशी, विद्यालय के द्विज छात्र रोशन, राहुल, चंद्रमोहन, मयंक , सूरज,भक्तजन जीत सिंह, लक्ष्मण सिंह, सुदर्शन सिंह , राजेन्द्र रावत ग्राम प्रधान- पास्तोली, सुरेन्द्र फर्स्वाण सहित बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों के भक्तजन मौजूद रहे,जगह- जगह भंडारों का आयोजन रहा।