विद्यालय की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त, बच्चों की सुरक्षा दांव पर, कभी भी हो सकती हैं बड़ी अनहोनी।

नवीन चन्दोला- थराली/चमोली।

रामलीला मैदान थराली स्थित सरस्वती शिशु मंदिर की दीवार को अभी तक ठीक नहीं कराया गया है,सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने से बच्चों के लिए खतरा बना हुआ हैं, जिस कारण बच्चों की सुरक्षा दांव पर लगी हुई हैं।

इस सम्बन्ध में विद्यालय प्रबंधन समिति कई बार विभागीय अधिकारियों से लेकर स्थानीय विधायक भूपाल राम टम्टा यहां तक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से दीवार की मरम्मत कराने की गुहार लगा चुके हैं,लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई हैं,
जहां सरस्वती शिशु मंदिर थराली के खेल मैदान की सुरक्षा दीवार पिछले बरसात में क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिस कारण पिंडर नदी का पानी,मलवा रामलीला मैदान, पिंडर पब्लिक स्कूल, बैतालेश्वर महादेव मंदिर,थराली बाजार के निचले रिहाइशी हिस्सों सहित शिशु मंदिर के प्रांगण और विद्यालय में घुस गया, जिस कारण विद्यालय को कई दिनों तक बंद रखना पड़ा और पठन- पाठन पूरी तरह प्रभावित रहा।

अब दूसरी बरसात आने को है लेकिन अभी तक उस सुरक्षा दीवार की मरम्मत का कार्य नहीं हो पाया, जिस कारण प्रबंध समिति तथा अभिभावकों को डर सता रहा हैं की कभी कोई बड़ी अनहोनी न हो जाए,पिछले बरसात में भारी बारिश के कारण पिंडर नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण रामलीला मैदान की सुरक्षा दीवार का आधा हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था, जिस कारण पिंडर का पूरा पानी विद्यालय में घुस गया।

स्थानीय दीवान सिंह पिमोली, परमवीर सिंह,आचार्य कुशलानंद, आचार्य पार्वती देवी,संजय पांडे,सुमन देवी, व्यापार संघ अध्यक्ष संदीप रावत,पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष प्रेम बुटोला ने बताया कि बच्चों को हर समय खतरा बना रहता है।
सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने से बच्चों के खेल-खेल में नदी में गिरने का भय बना रहता है, जबकि अब बरसात निकट है उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा दीवार का निर्माण किए जाने की मांग की है , लेकिन बच्चों की सुरक्षा को लेकर विभागीय अधिकारीयों से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि लापरवाह बने हुए हैं।

अभिभावकों ने इस बरसात से पूर्व जल्द दीवार निर्माण की माँग की हैं,प्रधानाचार्य भगवती प्रसाद पांडे, प्रबंधक गंगा सिंह बिष्ट ने बताया इस बाबत सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से मुलाकात कर सुरक्षा दीवार निर्माण की गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने बजट का रोना रोते हुए पल्ला झाड़ते हुए यह कह कर कि नगर पंचायत थराली के अधीन आता है अतः इसे नगर पंचायत ही करेगा अब देखना होगा बरसात से पूर्व क्या यह दीवार बन पाएगी, क्या अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों को बच्चों की चिंता होगी।