वन भूमि में निवासरत लोगों को बेदखली के नोटिस के विरोध में ग्रामीणों का धरना दूसरे दिन भी जारी।               

 

नवीन चन्दोला-थराली/चमोली।

बद्रीनाथ वनप्रभाग की ओर से वनभूमि में कई वर्षों से निवासरत लोगों को बेदखली के नोटिस के विरोध में विकासखंड थराली तथा देवाल के लोगों ने मालिकाना हक की मांग को लेकर सोमवार से आंदोलन शुरू कर दिया हैं।

आज मंगलवार को ग्राम पंचायत कुनी -पार्था के बुला तोक के प्रभावित लोगों ने तहसील थराली परिसर में अपना धरना दिया, ग्रामीणों ने बताया वर्ष 2010 तथा 2013 में ग्राम कुनी -पार्था के बुला तोक में आई प्राकृतिक आपदा के कारण गांव धंस गया था, जिसमें मकानें, गौशाला, कृषि योग्य भूमि बर्बाद हो गई, तब शासन- प्रशासन द्वारा उन्हें वन भूमि में बसाकत होने को कहा गया, तब से आज तक सभी लोग वन भूमि में निवास करते आ रहे हैं, वहीं वे लोग छानी या छप्पर बनाकर पशुपालन का कार्य कर रहे हैं,

आंदोलनकारियों ने कहा उन्होंने मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार,जिलाधिकारी चमोली, उपजिला अधिकारी थराली को ज्ञापन भेज कर कहा कि वन भूमि में रह रहे आपदा प्रभावितों के विस्थापन की मांग की है साथ ही थराली, देवाल के प्रभावित परिवारों द्वारा 24 फरवरी से अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर दिया हैं, 24 फरवरी को बमोटिया, 25 फरवरी को कुनी -पार्था, 27 फरवरी को जोला -ताल, 1 मार्च को सवाड़, 2 मार्च को चौड़, 3 मार्च को हॉट -कल्याणी तथा 8 मार्च को पूरे क्षेत्र के प्रभावितों द्वारा जुलूस प्रदर्शन किया जाएगा।

आज कुनी -पार्था से इंद्री राम,माधो राम,दरबान राम, केदार राम,प्रकाश राम, बलवंत राम,प्रताप राम, साबुली देवी,मानुली देवी, गजे सिंह, पानी राम,गोपाल राम,त्रिलोक सिंह,ललित मिश्रा आदि लोग धरने पर बैठे रहे।