नवीन चन्दोला- थराली/चमोली।
सरकार की ओर से भले ही विकास कार्यों में पारदर्शिता के दावे किए जा रहे हों, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर दिखाई दे रही है, नगर पंचायत थराली के भेंटा क्षेत्र में चिन्हित खसरा संख्या-9 की भूमि पर शिल्ट/खनिज/मलवा (आरपीएम) की नीलामी में जो शर्तें निर्धारित की गई थीं, उन्हें दरकिनार कर खनन का कार्य जारी है।
सूत्रों के अनुसार, भेंटा में कुल 1.056 हेक्टेयर भूमि में से केवल 0.225 हेक्टेयर क्षेत्र (112×20 वर्ग मीटर, गहराई 1 मीटर) तक ही खनन की अनुमति दी गई थी, जिसमें कुल अधिकतम मात्रा 4050 टन निर्धारित की गई थी, इस खनन क्षेत्र को 16 चक्र की बोली प्रक्रिया के बाद देवेंद्र नेगी(उर्फ- देवा) ने 12 लाख 50 हजार की उच्चतम बोली लगाकर खरीदा था।
स्थानीय लोगों और पर्यावरणविदों का आरोप है कि 4050 टन उपखनिज उठाने के बावजूद अब तय सीमा से बहुत अधिक मात्रा में खनिज निकाला जा रहा हैं, प्रातः लगभग 5 बजे से देर शाम लगभग 7 बजे तक नियमों के विरुद्ध रीवर ड्रेजिंग (खनन) कार्य किया जा रहा हैं,साथ ही उप खनिज को रात के समय ट्रकों के जरिए बाहर ले जाया जा रहा है, जिससे क्षेत्र में पर्यावरणीय असंतुलन और सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं, इतना ही नहीं, आसपास के जलस्रोतों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा है।
इस संबंध में दूरभाष पर हुई वार्ता में खनन अधिकारी अंकित चंद ने बताया कि उनके द्वारा उक्त मामले को संज्ञान में लेकर निरीक्षण किया जाएगा, साथ ही सभी खनन कारोबारियों को तय सीमा व समय के अनुरूप ही खनन कार्य किए जाने हेतु आदेशित किया जा रहा है।
दूरभाष पर हुई वार्ता में उपजिलाधिकारी पंकज भट्ट ने बताया इस सम्बन्ध में उचित कार्यवाही के निर्देश दे दिए गए हैं और तुरन्त ही इस सम्बन्ध में कार्यवाही की जाएगी।
मुख्य सवाल उठते हैं:
क्या संबंधित विभाग इस अवैध खनन पर निगरानी कर रहा है?
तय मात्रा (4050 टन) से अधिक खनन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही हैं?
क्या ई-नीलामी प्रक्रिया महज औपचारिकता बनकर रह गई है?
स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से अविलंब हस्तक्षेप की मांग की है और भेंटा में नियमों के विरुद्ध हो रहे खनन कार्य को तत्काल रोकने तथा निष्पक्ष जांच कराने की मांग उठाई है, यदि इस सम्बन्ध में जल्द उचित कार्रवाई नहीं हुई तो यह मामला बड़ा जनआंदोलन का रूप भी ले सकता है।
