नवीन चन्दोला- नारायणबगड़/ चमोली।
परखाल के रामलीला मैदान में चल रही श्रीराम कथा के आठवें दिन व्यासपीठ से श्रीरामचरितमानस की कथा का बखान करते हुए कथावाचक आचार्य आयुष कृष्ण नयन महाराज ने कहा कि समय बड़ा बलवान है उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम एक क्षण में अयोध्या के सिंहासन पर आरूढ़ होने वाले थे,लेकिन दूसरे क्षण उन्हें सन्यासी बनकर नंगे पांव वनगमन करना पड़ा।
उन्होंने राजा हरिश्चंद्र का प्रसंग लेते हुए कहा कि समय देने वाले को मांगने वाला बना देता है,इसलिए हमें समय की महत्ता को समझना चाहिए।
सोमवार की रामकथा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आने का भी कार्यक्रम था,किंतु किसी कारणवश वे कथा में शामिल नहीं हो सके,उन्होंने फोन के जरिए कथा मंडप में उपस्थित कथानुरागियों को संबोधित करते हुए श्रीराम कथा के आयोजक 33 गांवों के ग्रामीणों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 500 वर्षों के बाद करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़े अयोध्या में श्रीराम के भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण हुआ है, उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में केदारखंड और मानसखंड के मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है, मौजूदा समय में श्रीकेदारनाथ, श्रीबद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत विकास कार्य किए जा रहे हैं,इस अवसर पर उन्होंने दसवें केदार के रूप में देवधूरा पर्वत पर विराजमान मृत्युंजय महादेव मंदिर के भव्य निर्माण में अपनी ओर से पूरा सहयोग दिए जाने का आश्वासन मंदिर निर्माण में जुटे क्षेत्र के 33 गांवों के लोगों को दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अगले वर्ष होने वाली हिमालयी महाकुंभ श्रीनंदा देवी राजजात की तैयारियों में लगी हुई है,और राजजात को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी उनकी सार्थक चर्चा हुई है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्र की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने में सरकार को अपना सहयोग प्रदान करें।
इस अवसर पर श्रीरामकथा में पहुंचे क्षेत्रीय विधायक भूपाल राम टम्टा, क्षेत्र पंचायत प्रशासक यशपाल नेगी, भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष देवेंद्र नेगी (देवा),मंडल अध्यक्ष कमलेश सती, भूपेंद्र मेहरा ने भी कथामंडप से कथानुरागियों को संबोधित किया, संचालन सुदर्शन कनेरी तथा समिति के अध्यक्ष बृजमोहन बुटोला ने संयुक्त रूप से किया।
