नवीन चन्दोला- थराली/ चमोली
नंदा देवी सिद्धपीठ देवराड़ा मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन चंद्र हटवाल ने जिलाधिकारी चमोली को ज्ञापन देकर नंदा देवी राजजात यात्रा के अंतिम पड़ाव देवराड़ा को पड़ाव / यात्रा मानचित्र में दर्शाने की मांग की हैं।
ज्ञापन में उन्होंने कहा कि नंदा देवी बधाण की भगवती की उत्सव डोली परम्परानुसार 6 माह के लिए यहीं पर विराजमान होती है, यहां नंदा देवी का ननिहाल माना जाता हैं, साथ ही यहां पर देवी के दर्शनों के लिए हजारों की संख्या में भक्तों का आना-जाना लगा रहता है, परंतु यहां पर सुविधाओं के अभाव के कारण भक्तों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, ना ही यहां के पड़ाव को मानचित्र में दर्शाया गया हैं जिस कारण देवी भक्तों में रोष बना हुआ है।
ज्ञापन में सिद्धपीठ देवराड़ा को वर्ष 2026 में होने वाली हिमालयी महाकुंभ नंदा राजजात के पर्यटन मानचित्र में दर्शाने की मांग की है,इसमें देवराड़ा को पड़ाव की सुविधा नहीं मिल पा रही है, स्थानीय लोगों की मांग हैं कि जो सुविधा हर पड़ाव को मिलती है, वही देवराड़ा को भी मिलनी चाहिए।

