नवीन चन्दोला- थराली/चमोली।
ग्राम पंचायत त्रिकोट में शनिवार तड़के आशा कार्यकर्ता हेमा देवी (32) के अचानक लापता होने की घटना ने पूरे क्षेत्र को भय और चिंता में डाल दिया है, शुरुआती हालातों को देखते हुए ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि किसी जंगली जानवर— गुलदार या भालू ने उन पर हमला कर उन्हें घसीटकर जंगल की ओर ले गया होगा।
थराली के तहसीलदार अक्षय पंकज ने बताया कि घटना सुबह उस समय सामने आई जब हेमा देवी के बच्चे अपनी मां को चाय देने उनके कमरे में पहुंचे, दरवाजा आधा खुला था, लेकिन भीतर वे मौजूद नहीं थीं, बच्चे कुछ दूरी आगे बढ़े तो उन्होंने खून के धब्बे घसीटे जाने जैसे रगड़ के निशान और आसपास चूड़ी, झुमके व दुपट्टा बिखरे हुए देखे,घबराए बच्चों ने तुरंत अपनी दादी और ग्रामीणों को सूचना दी, जिसके बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया।
सूचना मिलते ही वन विभाग,पुलिस एव प्रशासन की टीमें मौके पर पहुँची और आस-पास के जंगलों में सघन तलाशी अभियान शुरू किया, वन क्षेत्र अधिकारी मनोज देवराड़ी ने बताया कि कुछ दूरी तक घसीटने के स्पष्ट निशान मिले हैं, लेकिन उसके बाद कोई चिन्ह नहीं दिखा, टीम लगातार सर्च अभियान चला रही है।
दोपहर से शाम तक वन विभाग की कई टीमें, स्थानीय लोग व पुलिस मिलकर खोजबीन करते रहे, लेकिन समाचार लिखे जाने तक भी महिला का कोई पता नहीं चल सका, महिला का मोबाइल घर के भीतर ही मिला है, जिससे स्पष्ट है कि वह अचानक ही किसी अनहोनी का शिकार हुई होगी।
ग्वालदम के चौकी प्रभारी मनोज पटवाल ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हेमा देवी का घर सुनसान क्षेत्र में है, उनके पति कैटरिंग कार्य के सिलसिले में घर से बाहर थे, जबकि वह अपनी सास और दो छोटे बच्चों के साथ रहती थी, ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द खोज अभियान तेज करने और क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग की है।
गांव में भय का माहौल है और लोग इस घटना से सदमे में हैं, जबकि परिजन बेसुध अवस्था में अपनी आशा कार्यकर्ता बेटी के वापस लौटने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
